मेहरौली में जहरीला नल का पानी: MLA गजेंद्र यादव की जवाबदेही कहाँ?
प्रकाशित: 20 अक्टूबर 2025
स्थान: Mehrauli, Ward No. 3
मेहरौली वार्ड 155 और आसपास की सोसाइटीज में पानी की स्थिति गंभीर बनी हुई है। 20 अक्टूबर 2025 को Samridhi Apartment के निवासियों ने दिल्ली जल बोर्ड (DJB) के आधिकारिक कनेक्शन से आने वाले पानी में भयंकर बदबू और गंदगी की शिकायत दर्ज कराई। पानी का रंग और गंध ऐसे संकेत दे रहे हैं जैसे सीवर का पानी पाइपलाइन में घुस गया हो। इस घटना ने निवासियों में स्वास्थ्य जोखिम, मानसिक तनाव और सामाजिक चिंता बढ़ा दी है।
निवासियों के अनुसार, कुछ गलियों और सोसाइटी में पानी 10 दिन से अधिक समय तक नहीं आया, जबकि अन्य इलाकों में पानी सप्ताह में दो-तीन बार आता है, लेकिन उसमें सीवेज जैसी गंध और प्रदूषण है। यह स्थिति न केवल सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, बल्कि स्थानीय प्रशासन और राजनीतिक नेतृत्व की जवाबदेही पर भी सवाल उठाती है।
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समस्या का तात्कालिक सच
1. निवासियों की शिकायतें:
Samridhi Apartment और आसपास की सोसाइटीज के निवासियों ने बताया कि पानी बदबूदार और गंदा है। फोटो और वीडियो साक्ष्य इस बात की पुष्टि करते हैं कि पानी में किसी प्रकार की सीवेज या गंदगी घुली हुई है। स्थानीय लोगों ने कहा कि पानी पीने या रोजमर्रा की जरूरतों के लिए इस्तेमाल करना जोखिमपूर्ण हो गया है।
2. DJB और सप्लाई नेटवर्क की भूमिका:
दिल्ली जल बोर्ड (DJB) की शिकायत-रूट और हेल्पलाइन मौजूद हैं, लेकिन इन समस्याओं का समाधान अक्सर धीमा होता है। गंभीर मामलों में तुरंत नमूना-परीक्षण, क्लोरीनेशन और रेमेडिएशन की जरूरत होती है।
3. पिछले महीनों की घटनाएं:
दिल्ली के अन्य हिस्सों में भी लगातार बदबूदार और दूषित पानी की घटनाएं सामने आई हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि समस्या केवल Samridhi Apartment तक सीमित नहीं, बल्कि यह एक सिस्टमिक समस्या है।
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राजनीतिक जवाबदेही: MLA गजेंद्र यादव पर सवाल
गजेंद्र यादव Mehrauli के निर्वाचित विधायक हैं। विधायक का मुख्य कर्तव्य केवल कानून बनाना नहीं है, बल्कि अपने क्षेत्र की जन-सेवा, आधारभूत सुविधाओं और प्रशासनिक समन्वय सुनिश्चित करना भी है।
1. लोक-हित में भूमिका:
MLA को इलाके में पानी, सीवेज, स्वास्थ्य और अन्य नागरिक सुविधाओं की निरंतर निगरानी करनी चाहिए। शिकायतों के जवाब में उन्हें DJB और MCD अधिकारियों से तुरंत संपर्क करना चाहिए और क्षेत्रीय निरीक्षण कराना चाहिए।
2. प्रतिक्रिया और पारदर्शिता:
स्थानीय जनता और RWA (Resident Welfare Association) की मांग है कि MLA गजेंद्र यादव सार्वजनिक स्पष्टीकरण दें। यदि यह नहीं होता, तो उनकी जवाबदेही पर सवाल उठना स्वाभाविक है।
3. अनिवार्य कदम:
MLA को प्रभावित इलाकों में वैकल्पिक पानी की आपूर्ति, स्वास्थ्य शिविर और नमूना-परीक्षण रिपोर्ट सार्वजनिक करना सुनिश्चित करना चाहिए। अगर ये कदम नहीं उठाए गए, तो राजनीतिक और सामाजिक आलोचना उचित है।
“Mehrauli Ward 155 में DJB के नल का पानी बदबूदार और संदिग्ध, स्थानीय निवासी स्वास्थ्य जोखिम से चिंतित।”
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तकनीकी विश्लेषण: पानी क्यों दूषित हो सकता है?
1. सीवर लाइन रिसाव या क्रॉस कनेक्शन:
पुरानी या टूटी पाइपलाइन में सीवेज का प्रवेश सबसे आम कारण है। शहरों में यह समस्या बार-बार सामने आती है।
2. ट्रीटमेंट प्लांट/क्लोरीनेशन फेलियर:
पानी सप्लाई से पहले पूरी तरह ट्रीट न होने पर उसमें बैक्टीरिया, हाइड्रोजन सल्फाइड और अन्य दूषित तत्व रह सकते हैं, जिससे पानी बदबूदार हो जाता है।
3. अनधिकृत बोरवेल/रिवर्स फ्लो:
नेटवर्क में प्रेशर ड्रॉप होने पर नालों का पानी पाइपलाइन में वापस खिंच सकता है, जिससे सप्लाई दूषित हो सकती है।
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स्वास्थ्य और सामाजिक प्रभाव
1. स्वास्थ्य जोखिम:
दूषित पानी से पेट की बीमारियां, वायरल इन्फेक्शन, त्वचा रोग और बच्चों व बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने का खतरा रहता है।
2. सामाजिक तनाव:
पानी की अनियमितता और गंदगी से निवासियों में मानसिक तनाव बढ़ता है। कई परिवार टैंकर पानी पर निर्भर होने लगे हैं, जिससे खर्च बढ़ा है।
3. सामुदायिक प्रतिक्रिया:
RWA और सामाजिक संगठन इस समस्या के समाधान के लिए सक्रिय हैं, लेकिन MLA और प्रशासनिक समन्वय की कमी समस्या को बढ़ा रही है।
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क्या कदम उठाए जाएं?
1. DJB पर शिकायत दर्ज कराएँ:
1916 / 1800117118 / WhatsApp 9650291021 — शिकायत नंबर का रिकॉर्ड रखें।
2. MLA कार्यालय को पत्र/नोटिस भेजें:
“क्षेत्र में दूषित पानी, स्वास्थ्य-जोखिम — तत्काल निरीक्षण व सैंपलिंग करवाएँ” — और सार्वजनिक प्रतिक्रिया माँगें।
3. पानी का परीक्षण:
स्थानीय स्वास्थ्य प्रयोगशाला या DJB को भेजें और परिणाम सार्वजनिक रूप से मांगे।
4. वैकल्पिक पानी और स्वास्थ्य शिविर:
प्रभावित परिवारों के लिए अस्थायी बोतलबंद पानी, क्लोरीन टैबलेट और स्वास्थ्य-चैम्प का इंतजाम करवाएँ।
